18 मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ के, आकास अन धरती टळ सके हे, पण मूसा का नेमा में लिक्या तका हरेक अकर अन सबद तद्याँ तईं बण्या तका रेई जद्याँ वीं पूरा ने वे जावे।”
वीं जद्याँ थाँने एक नगर में हतावे, तो थें दूजाँ नगर में परा जाज्यो, मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, थाँ इजराएल का हाराई नगराँ में ने जावो वतरे मनक को पूत पाछो आ जई।
काँके मूँ थाँकाऊँ हाचेई कूँ हूँ के, नरई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन धरमी मनक अणा बाताँ ने देकणी अन हूणणी छाता हा, पण वीं ने देक सक्या अन ने हुण सक्या।
मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, ज्यो अटे ऊबा हे, वाँका मूँ कुई अस्या हे के, वीं जद्याँ तईं मनक का पूत ने वींका राज में आता तका ने देक लेई, जद्याँ तईं वाँने मोत ने आई।”
ईसू वाँने क्यो, “थाँका कम विस्वास की वजेऊँ। मूँ थाँकाऊँ हाचेई केवूँ हूँ, यद्याँ थाँको विस्वास हरूँ का दाणा का जतरोक भी वेतो, तो ईं मंगराऊँ केता के, ‘अटूऊँ हरकन वटे जातो रे, तो वो जातो रेई।’ कुई बात थाँका वाते अबकी ने वेई।
ईसू वाँने क्यो, “मूँ थाँकाऊँ हाचेई केवूँ हूँ के, नुवा युग में जद्याँ मनक को पूत आपणी मेमा की गाद्दी पे विराजी, तो थाँ भी ज्यो मारा पाच्छे वेग्या हो, बारा गाद्याँ पे बेटन इजराएल की बाराई कोमाँ को न्याव करो।
ईसू वाँने जवाब दिदो, “मूँ थाँकाऊँ हाचेई केवूँ हूँ, यद्याँ थाँ विस्वास राको अन भेंम ने करो, तो थाँ बेस ओईस ने करो, ज्यो ईं अंजीर का रूँकड़ा का हाते किदो हे, पण यद्याँ ईं मंगराऊँ भी केवो, ‘अटूँ उड़ जा, अन समन्द में जा पड़,’ तो वो वे जाई।
बतावो अणा दुयाँ मूँ कणी बाप की बात मानी?” वाँकाणी क्यो, “पेले बेटे।” ईसू वाँने क्यो, “मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, कर लेबावाळा अन वेस्या थाँकाऊँ पेल्या परमेसर का राज में जाई।
जद्याँ ईसू यो हुण्यो तो अचम्बा में पड़न आपणाँ पाच्छे आरिया हा वाँने क्यो, “मूँ थाँने हाचेई कूँ हूँ के, में अस्यो विस्वास इजराएल का मनकाँ में भी ने देक्यो।”
मूँ थाँने हाँची केऊँ हूँ, जदी कुई मंगरा ने ओ केवे के, ‘थूँ अटूँ उखड़न समन्द में जान पड़जा’ अन वींका मन में कस्यो भेंम ने वे अन परमेसर पे विस्वास राके, तो जस्यान वो केवे वस्यानीस वे जाई अन वींका वाते वस्योई वे जाई।
मूँ थाँने हाँची बात केऊँ, ईं हारी दनियाँ में जटे भी हव हमच्यार को परच्यार किदो जाई, वटे अणी लुगई ज्यो काम किदो हे, वीं बारा में बात-बच्यार करता तका आद कररिया करी।”
जद्याँ कसी जगाँ का मनक थाँने ने माने अन थाँकी बात ने हुणे, तो थाँ वा जगाँ छोड़ दिज्यो अन आपणाँ पगाँ को धूळो वटेई जाटक दिज्यो, तद्याँ या बात वाँका वाते चेतावणी रेई के, वाँका नास को कारण वीं खुदईस हे।”
अन पछे ईसू वाँने क्यो, “मूँ थाँने हाँची बात केऊँ, वटे ज्यो ऊबा हे, वींमें कुई अस्या हे, ज्यो परमेसर का राज ने सगतिऊँ आता तका देक ने लेई, वतरे आपणी मोतने ने देकी।”
देक, थारो आरादना घर थाँरा वाते उजाड़ पड़्यो हे। मूँ थाँराऊँ केवूँ हूँ के, थूँ मने वणी टेम तईं पाछो ने देक सकी जद्याँ तईं यो टेम ने आजा वे के थूँ केवे, ‘परबू का नामऊँ आबावाळा राजा ने परमेसर आसिरवाद दे।’ ”
ईसू वाँकाऊँ क्यो, मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ के, “ज्यो कुई परमेसर का राज का वाते घर-बार कन आपणी खुद की लुगई ने कन भई-बन्दा कन बई-बापू ने कन छोरा-छोरी ने छोड़ देवे हे,
मूँ थाँराऊँ सई-सई केवूँ हूँ, जद्याँ थूँ मोट्यार हो। तो जटे जाणो छातो हो, वटे जातो। पण, जदी थूँ डोकरो वेई। तो आपणाँ हात ऊँचा केरी अन दूज्यो थने बाँदन जटे थूँ ने जई वटे ले जई।”