जद्याँ कणी मनक में हुगली आत्मा ही, वीं ईसू ने देकती, तो वे हंगळी आत्मा वाँका हामे रेटे पड़ जाती अन ज्योर की हाका-भार करती तकी केती, “थूँ परमेसर को पूत हे।”
काँके थाँका बचमें में अन सिलवानुस, तिमुतियुस परमेसर का बेटा ईसू मसी को ज्यो परच्यार किदो हो, वो हाँ अन ने में कोयने किदो हो पण वो ईसू मसी में हाँ मेंईस हो।
मूँ अबे जीवतो कोयने हूँ, पण मूँ ईसू मसी में जीवतो हूँ अन मूँ अणी देह में जीवतो हूँ तो बेस ईसू पे विस्वास करबा का मस जीवतो हूँ, ज्यो परमेसर को बेटो हो अन वणी माराऊँ अतरो परेम किदो के, आपणाँ खुद ने मारा वाते दे दिदो।
ईं वाते जद्याँ माराऊँ ओरी ठमाव ने व्यो तो में थाँका विस्वास का हाल-चाल जाणबा का वाते वींने खन्दायो। परमेसर करे अस्यान ने वेणो छावे के, परकबा वाळी बाताँऊँ थाँ लाळच में आन मारो करियो-करायो काम बेकार तो ने कर दिदो।
देको कुई भी कुकरम ने करे अन वीं एसाव के जस्यान परमेसरऊँ छेटी ने जावे ज्यो पाटवी बेटो हो अन उतरादिकार पाबा को अदिकार हो, पण वणी बेस एक दाण का खाणा का वाते वो पद बेंच दिदो।
वींका बापू अन वींकी माँ कन पुरवजाँ को कई लेको ने मले हे, वींके जनम अन मोत को भी कटे ने लिक्यो तको हे। परमेसर का बेटा का जस्यान वो हमेस्यान का वाते याजक बण्यो तको हे।
ज्यो भी मनक पाप करतो रेवे हे, वो सेतान को हे, काँके सेतान सरुआतऊँ पाप करतो आयो हे। ईं वाते तो परमेसर को बेटो परगट व्यो, ताँके वो सेतान का कामाँ ने नास कर देवे।
जो दुक थने जेलणो हे वणीऊँ मती दरप, काँके सेतान थाँका मेंऊँ घणा ने परकबा का वाते जेल में नाक देई। थने वटे दस दनाँ तईं दुक जेलणो पड़ी, पण थूँ हाँचो रेज्ये पलई थाँरी मोत ईं कानी वे जावे। तो मूँ थने जुग-जुग का जीवन को मुकट देऊँ।