19 ईसू वाँने क्यो, “मारा पाच्छे आवो, मूँ थाँने हिकाऊँ के, लोगाँ का वाते माछळी पकड़बा के वजे मनकाँने परमेसर का राज में कस्यान लावे हे।”
तद्याँ ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो, “यद्याँ कुई मारा पाच्छे आणो छावे, तो आपणाँ खुद ने नटे अन आपणी हूळी उठावे, अन मारा पाच्छे वेजा।
ईसू वाँने क्यो, “यद्याँ थूँ पाको बणणो छावे हे तो थूँ जा, अन आपणी धन-दोलत बेचन गरीबा ने दिदे, अन थने हरग में हाँचो धन मेली। तद्याँ आन मारा पाच्छे वेजा।”
जद्याँ ईसू गलील का समन्द का नके वेन जारियो हा। वटे वणा दो हगा भई समोन ज्यो पतरस केवातो हो अन वींका भई अन्दरियास ने समन्द में आपणाँ जाळ नाकता तका देक्या। काँके वीं माछळी पकड़बावाला हा।
वीं तरत आपणाँ जाळ वटेई छोड़न ईसू का लारे वेग्या।
ईसू वणीऊँ क्यो, “अबे थूँ मारा पाच्छे चाल, काँके परमेसर वणा मनकाँ ने मरिया तका हमजे हे जाँने अनंत जीवन को पतो कोयने हे, ईं वाते मरिया तका ने खुद आपणी लास गाड़बा दे।”
वटूँ आगे चालन ईसू मत्ती नाम का एक मनक ने चुंगी नाका पे बेट्यो देक्यो अन वणीऊँ क्यो, “मारा पाच्छे अई जा।” वो वाँका पाच्छे चालबा लागो।
चालता तका वणा हलफई का छोरा लेवी ने चुंगी नाका पे बेटो तको देक्यो अन वींने क्यो, “मारा पाच्छे आ” अन लेवी ऊबो व्यो अन वाँका पाच्छे चाल पड़्यो।
वींका केड़े ईसू बारणे पराग्या। वणा लेवी नाम का एक लगान लेबावाळा अदिकारी ने चुंगी नाका ऊपरे बेटो तको देक्यो। ईसू वणीऊँ क्यो, “मारा पाच्छे आ।”
ईसू दूजाऊँ क्यो, “मारे पाच्छे चाल।” पण वणी क्यो, “हो परबू, मने पेल्या जाबा दो के, मूँ आपणाँ बाप ने गाड़ दूँ।”
दूजे दन ईसू गलील जाबा का वाते ते किदो अन फिलिपुस मलग्यो तो वींने क्यो, “मारा पाच्छे चाल।”
यद्याँ कुई मारी सेवा करणो छावे, तो वींने मारे पाच्छे चालणोइस पेड़ी, जणीऊँ जटे मूँ हूँ, वटे वो भी वेवे। यद्याँ कुई मारी सेवा-चाकरी करी, तो मारा बापू परमेसर भी वाँको आदर-मान करी।
ईसू वींने क्यो, “यद्याँ मूँ छावूँ के, वो मारे पाछो आबा तईं जीवी, तो थाँरे अणीऊँ कई हे? थूँ तो मारा पाच्छे वेजा।”
थाँ विस्वास करो हो के, में थाँका पे घणो मोटो बोज ने नाक्यो हो। पण थाँकामूँ कुई केवे हे के, मूँ ठग हूँ अन में थाँने मारी चाल में फसा दिदा हे।