जदी मरियम जटामांसी को खरो अन मेंगो अंतर ठामड़ा लेन लई अन ईसू का पगा पे उन्दायो अन आपणाँ बालाऊँ पगा ने पूँछ्याँ। अन अंतर की बानाऊँ घर में खुसबु आबा लागी।
हो विस्वासी भायाँ, मूँ अणा आकरी सबदा का हाते अणी कागद ने बन्द कररियो हूँ, राजी रिया करो, थाँका वेवार ने बदलो, एक-दूँजा ने हिम्मत बंदावो, सान्ती अन मेल-मिलापऊँ रो, तद्याँ परमेसर ज्यो परेम अन सान्ती का दाता हे थाँका हाते रेई।