3 वींको रूप विजळी का जस्यान अन वाँका गाबा बरप का जस्यान धोळा-फट हा।
वटे वाँका हामे ईसू को रूप बदलग्यो, अन वींका मुण्डो सुरज का जस्यान गाबा उजिता का जस्यान चमकबा लागा।
वींकी दरपऊँ कबर की रुकाळी करबावाळा धुंज ग्या अन मरिया तका के जस्यान वेग्या।
पछे जदी वे कबर में गी, तो वाँकाणी देक्यो एक मोट्यार धोळा-फट गाबा पेरिया जीमणा पाल्ड़े बेटो हे, तो वे दरपगी।
वींका गाबा अस्या चमकरिया हा धोळा-फट। जस्यान ईं धरती पे कस्यो भी धोबी अतरा ऊजळा ने धो सके।
अन जटे ईसू की लास मेली ही, वटे दो हरग-दुताँ ने चमकण्या गाबा पेरया तका एक ने तो हराणे अन दूजाँ ने पगात्याँ बेटा देक्या।
जद्याँ वे लोग-बाग ईसू ने हरग में जाता तका देकरिया हा, वीं दाणइस वटे धोळा गाबा पेरिया तका दो जणा वाँका बचमें परगट वेग्या।
ईंका केड़े में हरगऊँ एक जोरावर हरग-दुत ने रेटे उतरतो देक्यो। वींके च्यारूँमेर वादळा हा, वींके मातो का नके मेघ धनुस हो। वींको मुण्डा सुरज की जस्यान चमकरियो हो अन वींका पग वादी का थाम्बा का जस्यान हा।
ईंका केड़े में एक ओरी हरग-दुत ने हरगऊँ रेटे उतरतो तको देक्यो, जिंका नके मोटो अदिकार हो, वींके मयने अस्यान को उजितो हो जणीऊँ हारी धरती पे उजितो वेग्यो।