59 युसुप लास लिदी अन वींने नवा धोळो पसेवड़ा में लपेटी,
वो पिलातुस का नके जान ईसू की लास मांगी। ईंपे पिलातुस हुकम दे दिदो के, लास ईंने दे दिदी जावे।
अन वाँने आपणी नुई कबर में मेली, ज्यो वणी मोटी छाट में बणई ही, अन कबर का बाणा पे मोटो भाटो आड़ो देन परोग्यो।
पछे यूसप हण का बणया तका गाबा मोल लिदा अन ईसू की लास ने हूळीऊँ रेटे उतारी, वींकी लास ने वी गाबा में पलेट लिदी अन वींने एक कबर में मेल दिदी। वाँ कबर मंगरा ने काटन बणई तकी ही अन पछे कबर का मुण्डा पे एक भाटो हरका दिदो।
वो लास ने हूळीऊँ उतारन एक हव धोळा चादरा में पळेटी अन मंगरा में छाट पे खोदी तकी एक कबर में मेल दिदी। वीं कबर में पेल्याँ किंने भी ने गाड़्यो ग्यो हो।