पण मन्दर की चार दिवारी की जगाँ ने मती नापज्ये, काँके ओ जो यहूदी ने हे वणा मनकाँ ने दिदो ग्यो। वीं बयालिस मिना तईं आपणाँ पगाँऊँ वीं पुवितर नगर ने गूंदी।
अन यद्याँ परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की अणी किताब में लिक्या तका वसना मेंऊँ कई घटाई तो परमेसर ईं किताब में लिक्या तका जीवन का रूँकड़ा अन पुवितर नगर मेंऊँ वींको हिस्सो वणीऊँ कोसी लेई।