39 गेला में आबाजाबा वाळा मातो ठणकान वींकी नन्दयाँ कररिया हा,
तद्याँ ईसू का हाते दो चोर ने एक जींमणी पाल्ड़े अन दूजाने डावी पाल्डे, हूळ्याँ पे चड़ाया ग्या।
वींको अपमान करबा का वाते वणा वाँकाऊँ ओरी घणी बाताँ किदी।