31 जदी वणा वाँकी रोळ करन, वींका दरबारी गाबा उतार्या अन वींने आपणाँ खुद का गाबा पेरा दिदा अन पछे वींने हूळी पे चड़ाबा ने लेग्या।
अन वींने ज्यो यहूदी ने हा वाँका हाताँ में हूँपी के, वीं वींकी रोळ करी, वीं वींके कोड़ा मारी अन हूळी पे चड़ाई, अन वो तीजे दन जिवायो जाई।”
ईं वाँते वणा वींने पकड़्यो अन बागऊँ बारणे काड़न मार दिदो।
“थें जाणो हो के, दो दन केड़े बना हाज्या की रोट्याँ को तेवार हे अन मनक का पूत ने हूळी पे चड़ाबा का वाते धोकाऊँ पकड़वायो जाई।”
अस्यान जदी वाँकी रोळ करन, वींका दरबारी गाबा उतार्या अन वींने आपणाँ खुद का गाबा पेरा दिदा अन पछे वींने हूळी पे चड़ाबा ने लेग्या।
तद्याँ पिलातुस ईसुने वाँका हाताँ में हूँप दिदो, ताँके वींने हूळी पे चड़ायो जावे। तद्याँ रोमी सपायाँ ईसू ने पकड़न लेग्या।
तद्याँ वणा आपणाँ चेलाऊँ क्यो, “आ थारी बई हे।” अन वीं टेमऊँ वो चेलो वींने आपणाँ घरे लेग्यो।
वे वींने धक्का-मुक्की देता तका नगरऊँ बारणे लाया अन वींपे भाटा फेंकबा लागा। वीं दाण गवायाँ आपणाँ जब्बो उतारन साउल नाम का मनक के पगाँ में मेल दिदा।
अणीस वाते ईसू भी लोगाँ ने आपणाँ खुद का लुईऊँ पुवितर करबा का वाते नगर का बारणे दुक जेल्यो हे।