62 तद्याँ मायाजक ऊबा वेन ईसुऊँ क्यो, “ईं मनक, थाँरा विरोद में ईं गवायाँ देरिया हे, थूँ खुद ने बंचाबा का वाते काँ ने बोलरियो हे?”
अन क्यो, “अणी मनक क्यो हे के, ‘मूँ परमेसर का मन्दर ने हण्ड़ा सकूँ हूँ अन वींने तीन दन में पाछो बणा सकूँ हूँ।’”
पण ईसू छानारिया। तद्याँ मायाजक वाँकाऊँ क्यो, “मूँ थने जीवता परमेसर की होगन दूँ हूँ के, यद्याँ थूँ परमेसर को पूत मसी हे, तो माँकाऊँ के दे।”
जदी वाँका हामे मायाजक ऊबो वेन ईसू ने पूँछ्यो, “ईं मनक, थाँरा विरोद में ईं गवायाँ देरिया हे, थूँ खुद ने बंचाबा का वाते काँ ने बोलरियो हे?”
वो ईसुऊँ घणा सवाल पूछतो रियो पण, ईसू कई भी जबाव ने दिदो।