अन मनक यो केन वींपे दोस लगाबा लागा के, “माँ ईंने लोग-बागाँ ने भटकातो तको पकड़्यो हे। यो राजा केसर ने हाँसल जमा करबा का वाते नटे हे अन यो आपणाँ खुद ने राजा मसी केवे हे।”
तद्याँ इपिकुरी अन स्तोकी का थोड़ाक अकलमन्द मनक वींकाऊँ आपणी बात-बच्यार किदी अन क्यो, “ओ बेण्डो कई केणो छारियो हे”। पण दूजाँ क्यो “ओ दूजाँ देवी-देवताँ का बारा में बतावे हे”। वे अस्यान ईं वाते केरिया हा, काँके वो ईसू का बारा में अन वींके पाछो जीवतो वेबा को हव हमच्यार हुणारियो हो।