60 पण नरई जूटी गवई देबावाळा आबा पे भी वाँको काम ने बण्यो। आकरी में दो जणा आगे आया,
अस्यी मिटी बोली बोल के, जिंपे कुई आँगळी ने तोके। थाँरा दसमण हरमा मरे जणीऊँ वाँने आपणाँ बारा में बुरो केवा को मोको ने मले।
थाँ थाँका मन ने पुवितर राकज्यो, जणीऊँ ईसू मसी में जो थाँका हव वेवार का बारा में ज्यो भी मनक बेजत करबावाळा हे, वीं हरमा मरे।