जद्याँ पिलातुस देक्यो के, कई फायदो कोयने पण ईंका हामे ओरी हाका-हूक वेबा लागी हे, तो वाँकाणी हतेळी में पाणी लेन भीड़ का हामे आपणाँ हात धोया अन क्यो, “मूँ ईं धरमी का लुईऊँ बना दोस को हूँ, थाँईस जाणो।”
बना हाज्या की रोट्याँ का तेवारऊँ पेलो दन जदी गारा का उनन्या ने फसे खाबा की बली चड़ावे, वीं दन चेला ईसू ने पूँछ्यो, “थूँ कई छावे हे, आपाणी कटे जान खाबा के वाते फसे को जीमणो बणावा।”
अन यद्याँ आपाँ केवाँ के, ‘मनकाँ का आड़ीऊँ हे।’ तो हाराई लोग-बाग आपणे भाटा मारी। काँके वीं हाँची में जाणे हे के, यहुन्नो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हो।”
तद्याँ वीं ईसू ने केफा का नकेऊँ रोमी राजपाल का दरबार में लेग्या अन भाग-फाट्याँ को टेम हो, पण यहूदी अदिकारी ज्यो वींने लेग्या हाँ वीं खुद दरबार मयने ने ग्या, ताँके असुद ने वेवे, पण फसे का तेवार को खाणो खा सके।
अन हंगळा नगर में हाका-भार वेगी, अन लोगाँ मकिदुनिया का गयुस अन अरिस्तखुस जो पोलुस का हण्डाळ्याँ हा, वाँने पकड़ लिदा, अन हंगळा एक हाते मेदान में आग्या अन भेळा वेग्या।