45 तद्याँ ईसू चेला का नके आन वाँकाऊँ क्यो, “कई थाँ आलतरे भी हुता हो? अन रईम्बो लेरिया हो? देको, टेम आग्यो हे, मनक को पूत पाप्याँ का हाताँ में पकड़वायो जावे हे।
ईसू क्यो, “नगर में फलाणा आदमी का नके जान वणीऊँ केवो के, गरू केवे हे के, ‘मारो टेम नके हे, मूँ आपणाँ चेला का हाते थाँरा अटे फसे को तेवार मनाऊँ।’”
“थें जाणो हो के, दो दन केड़े बना हाज्या की रोट्याँ को तेवार हे अन मनक का पूत ने हूळी पे चड़ाबा का वाते धोकाऊँ पकड़वायो जाई।”
ईसू वाँने छोड़न वो पाछो परोग्यो, अन वणीस तरिया पाच्छी तीजी दाण परातना किदी।
ऊबा वे जावो, आवो चाला। देको, मने धोकाऊँ पकड़बावाळा आरिया हे।”
पछे थोड़ाक आगे जान वे धरती पे उन्दो पड़न परातना किदी के, यद्याँ वे सके तो यो दुक को टेम ने मारापूँ टळ जावे।
जद्याँ मूँ मन्दर में थाँका हाते हो, तो थाँ मने ने पकड़्यो हो पण, यो थाँको टेम हे जिंपे अंदारा को राज हे।”
ईं बात पे ईसू वाँने क्यो, “वाँ टेम आगी हे के, मनक का पूत की मेमा वेवे।
“अबे मारो जीव दकी हे। ईं वाते कई मूँ यो कूँ के, ‘हो बापू, मने अणी घड़ीऊँ बंचा’? ने, पण मूँ तो अणी घड़ी का दुक नेईस भोगबा आयो हूँ।
फसे का तेवार पेल्याँ जद्याँ ईसू जाणग्यो के, “मारी वाँ घड़ी आ पूगी हे के, मूँ दनियाँ छोड़न बापू का नके जाऊँ।” तो ईसू आपणाँ लोगाऊँ ज्यो दनियाँ में हाँ, जस्यान परेम वो राकतो हो आकरी तईं वस्यानीस परेम राकतो रियो।
ईसू ईं बाताँ किदी अन आपणी मुण्डो हरग आड़ी करन क्यो, “ओ मारा बापू, वाँ टेम आगी हे, आपणाँ पूत की मेमा करो, ताँके पूत भी थाकी मेमा करे।