40 पछे वो वाँका चेला का नके आन वाँने हुता देक्या अन पतरसऊँ क्यो, “कई थाँ मारा हाते एक घड़ी भी ने जाग सक्या?
जद्याँ बींद का आबा में थोड़ीक देर वेगी, तो वीं हारई ऊँगवा लागी अन हूँई गी।
पतरस वाँने क्यो, “यद्याँ मने थाँरा हाते मरणो भी पड़े, तो भी मूँ थाँका वाते कदी ने नटूँ।” अस्यानीस दूजाँ हाराई चेला भी क्यो।
तद्याँ ईसू वाँने क्यो, “मारो जीव घणो दकी हे, अटा तईं के, मारो जीव निकळबा में हे। थाँ अटेईस ठमो अन मारा हाते जागता रेवो।”
जागता रेवो, अन परातना करता रेवो के, ताँके थें जाँच-परक में ने पड़ो। आत्मा तो त्यार हे, पण सरीर दुबळो हे।”
तद्याँ ईसू पाच्छा आन वाँने पाच्छा हूँता तका देक्या, काँके वीं गेरी नींद में हाँ।
पछे वो पाछो आयो, तो आपणाँ चेला ने हुता देकन पतरसऊँ क्यो, “समोन, थूँ हूँरियो हे? कई थूँ एक घड़ी भी ने जाग सक्यो?
जद्याँ ईसू परातना करन उट्या अन आपणाँ चेला का नके आन वाँने दुक का हाते हूँता देक्या।
पण, पतरस अन वाँका हण्डाळ्याँ गेरी नींद में हा अन जद्याँ वीं जाग्या तो वणा ईसू की मेमा ने देकी अन वणा दुई जणा ने भी देक्या ज्यो ईसू का हाते हा।