आ बात हाँची हे। पण वीं आपणाँ विस्वास ने करबा की वजेऊँ तोड़ी गी, पण थाँ थाँका विस्वास की वजेऊँ थाँकी जगाँ टक्या तका रेवो। तो ईंको मेपणो मती करो, पण दरपता रेवो।
जद्याँ थाँ परमेसर ने जो हाराई मनकाँ ने वाँका काम का जस्यान अन जो पकसपात का हाते न्याव ने करे, वींने थाँ “हो बापू” केन बलावो हो, तो थाँ ईं बारवासी धरती पे रेता तका परमेसर ने आदर देता तका जीवन जीवो।