33 ईंपे पतरस ईसुऊँ क्यो, “यद्याँ हाराई थने छोड़न जावे, तो पलई जावे, पण मूँ कदी भी थने छोड़न ने जाऊँ।”
पण मूँ आपणाँ जी उठबा का केड़े थाँकाऊँ पेल्याँ गलील परो जाऊँ।
ईसू वींने क्यो, “मूँ थाँराऊँ हाँची केवूँ के, आज राते कूकड़ा के बोलबाऊँ पेल्या, थूँ तीन दाण मने ओळकबाऊँ नट जाई।”
जदी पतरस बोल्यो, “ईं हारई थने छोड़ देई। पण, मूँ थने कदी ने छोड़ूँ।”
पतरस वाँने क्यो, “ओ परबू जी, मूँ थाँका हाते जेळ जाबा का वाते नेईस ने, पण मरबा रे वाते भी त्यार हूँ।”
जीमणा के पछे ईसू समोन पतरसऊँ पूँछ्यो, “ए समोन, यहुन्ना का बेटा, कई थूँ अणाऊँ हेलो परेम माराऊँ राके हे?” वणी वाँने क्यो, “हाँ, परबू जी, थाँ तो जाणो हो के, मूँ थाँकाऊँ कतरोक परेम राकूँ हूँ?” ईसू वींने क्यो, “मारा उन्याँ ने चरा।”
एक दूजाँ का हाते हाँचो परेम राको। एक दूजाँ ने खुदऊँ हेलो मान दो।
खुद का हवारतऊँ कई मती करो अन जूटो मेपणो मती करो, पण नरमाईऊँ खुदऊँ हेला एक-दूँजा ने हव हमजो।