20 जद्याँ हाँज वीं, तो ईसू बाराई चेला का हाते खाणो खाबा ने बेटो।
ईं वाते चेला ईसू की आग्या मानी अन फसे का तेवार की त्यारी किदी।
या बाताँ क्या केड़े ईसू मन में घणो दकी व्यो अन क्यो, “मूँ थाँने सई-सई केवूँ हूँ के, थाँकामूँ एक जणो मने धोकाऊँ पकड़ा देई।”