15 “यद्याँ मूँ ईसू ने थाँका हाताँ में पकड़वा दूँ, तो मने कई देवो?” वणा वींने तीस चान्दी का सिक्का दे दिदा।
देसभगत समोन अन यहूदो इसकरियोती जणी ईसू ने धोकाऊँ पकड़ाया हा।
अन वो वीं टेमऊँ वींने पकड़ाबा को सई मोको होदबा लागो।
यहूदो आपणाँ वीं नीच कामऊँ जो भी धन-दोलत कमई ही, वीं दोलतऊँ एक खेत मोल लिदो। वो वीं खेत में माता वराणो पड़्यो अन वींको पेट फूटग्यो अन आतेड़ा-ओजेड़ा बारणे निकळग्या अन मरग्यो।
वो दारू पियावाळो ने वेवे, लड़ई-जगड़ो करबावाळो ने वेवे, पण दयाऊँ भरियो तको अन सान्तीऊँ रेबावाळो वेणो छावे, वींको मन रिप्या-कोड़ी में ने वेवे।
वीं लाळच की वजेऊँ थाँने दिकावटी बाताँ बोलन थाँकाऊँ धन कमाई। वाँको दण्ड तो पेल्याँऊँ परमेसर ते कर मेल्यो हे अन वाँको नास वाँकी वाट नाळरियो हे।