40 वीं टेम दो मनक खेत में वेई, एक ने ऊपरे उठा लिदो जई अन दूजाँ ने वटेई छोड़ दिदो जई।
अन जळ-परलय आन वीं हारई ने डुबा दिदा, तद्याँ तईं वाँने कई भी पतो ने पड़यो। वस्यानीस मनकाँ का पूत को भी आवणो वेई।
दो लुगायाँ दाळ दळती वेई, एक ने ऊपरे उठा लिदी जाई, अन दूजी ने वटेई छोड़ दिदी जाई।
थाँने दूजाऊँ कणी खास बणाया हे? अन थाँका नके ज्यो कई हे वो कई थाँने परमेसर ने दिदो? तो अस्यान काँ मेपणो करे हे के, थाँ कदी कणीऊँ कई लिदोई कोयने?
परमेसर वीं पुराणी दनियाँ ने भी कोयने छोड़ी, पण वो नूह ज्यो धारमिकता को परच्यार करिया करतो हो, वींने अन हात ओर मनकाँ ने जद्याँ तईं बंचातो रियो, तद्याँ तईं पापी मनकाँ की दनियाँ को बाड़ऊँ नास ने वेग्यो।