35 धरती अन आकास टळ जाई, पण मारो बचन कदी ने टळी।
मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ के, आकास अन धरती टळ सके हे, पण मूसा का नेमा में लिक्या तका हरेक अकर अन सबद तद्याँ तईं बण्या तका रेई जद्याँ वीं पूरा ने वे जावे।”
धरती अन आकास टळ जाई, पण मारो बचन कदी ने टळी।
अन ओ हाँच, वीं जीवन की आस बन्दावे हे, जो कदी खतम ने वेवे हे। परमेसर कदी जूट ने बोले अन ईंको वादो विस्वास जोगा परमेसर सरुवातऊँ कर दिदो हो।
पण परबू को वसन जुग-जुग का वाते अटल रेवे हे।” यो वोईस हव हमच्यार हे, जो थाँने हुणायो ग्यो हे।
तद्याँ में मोटी धोळी गादी अन वींपे बेट्या तका ने देक्यो, वींके हामेऊँ धरती अन आकास भागग्या अन वाँको नामो निसाण मटग्यो।
“लोदकिया की मण्डली का दुताँ ने ओ लिक। ज्यो आमीन हे, विस्वास जोगो, हाँचो गवा हे अन हारी रचना को मुल हे, वो अस्यान केवे हे के,
अन जस्यान किताब पाणी में आली व्या केड़े भेळी वे जावे हे वस्यानीस आकास वेग्यो। हाराई मंगरा, टापू आपणी जगाऊँ हालग्या।