वीं जद्याँ थाँने एक नगर में हतावे, तो थें दूजाँ नगर में परा जाज्यो, मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, थाँ इजराएल का हाराई नगराँ में ने जावो वतरे मनक को पूत पाछो आ जई।
तद्याँ वाँ जान आपणाँऊँ ओरी हुगली हात आत्माने आपणाँ हाते ले आवे हे, अन वीं वींमें धसने वटे वास करे हे, अन वीं मनक की पाछली दसा पेल्याऊँ भी हुगली वे जावे हे। ईं जुग का हूँगला मनकाँ की दसा भी अस्यानीस वेई।”
मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ के, ज्यो अटे ऊबा हे, वाँका मूँ कुई अस्या हे के, वीं जद्याँ तईं मनक का पूत ने वींका राज में आता तका ने देक लेई, जद्याँ तईं वाँने मोत ने आई।”