अन थने अन थाँरा छोरा-छोरी ने जी थाँरा में हे, धुळा भेळा करी अन थाँरा में भाटा पे भाटा भी ने रबा देई। काँके, थें वणी घड़ी जद्याँ परमेसर थाँरा पे दया किदी ही तो थें ने ओळकी ही।”
जद्याँ ईं हारी चिजाँ नास वेबावाळी हे तो थाँ होचो थाँने कस्यान को जीवन जीवणो छावे? थाँने पुवितर जीवन जीवणो छावे, काँके पुवितर जीवन परमेसर ने हव लागे हे।