1 जद्याँ ईसू मन्दरऊँ बारे जारिया हा, तो वाँका चेला वाँने मन्दर की मेड़ी बतावा का वाते वाँका नके आया।
ईसू मन्दर में ऊबा वेन उपदेस हुणारिया हा, तो मुक्य याजक अन यहूदी नेता वाँका नके आन पूँछ्यो, “थूँ ओ किंका हकऊँ करे हे? अन थने ओ हक कूणी दिदो हे?”
मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, अबेऊँ जद्याँ तईं थाँ ने केवो के, ‘धन्ने हे वीं, ज्यो परबू का नामऊँ आवे हे, तद्याँ तईं मने पाछो कदी ने देको।’ ”
ईंपे यहूदी मनकाँ क्यो, “ईं मन्दर ने बणावा में छियाळी वर लागा, अन कई थूँ ईंने तीन दनाँ में पाछो बणा देई?”