ज्यो बीज झाड़क्याँ में वाया ग्या, वीं वणा मनकाँ का जस्यान हे, ज्यो परमेसर का बचन ने हुणे हे, पण ईं दनियाँ की चन्ता अन धन-माया को लोब-लाळच वाँने परमेसर को बचन भुलई दे के, परमेसर वाँकाऊँ कई छावे हे अन वो फळ ने लावे।
“पछे वणी दूजाँ नोकराँ ने ओ केन खन्दाया के नुत्या तका मेमानाऊँ केवो, ‘देको, मूँ जीमणो त्यार कर चुक्यो हूँ। पाळ्या तका जनावर ने मार दिदा हे अन हाराई जीमणो त्यार हे। जीमण में पधारो।’
जद्याँ वो परमेसर का हामे सई ठेराबावाळी, सबर अन आगे लोगाँ पे आबावाळा न्याव का बारा में केरियो हो, तो फेलिक्स दरपतो तको जवाब दिदो, “अबाणू तो थूँ जा, मोको मली तो मूँ थने पाछो बलाऊँ।”