29 ईसू वाँने क्यो, “थें नेमीई डापा में पड़ग्या, ने तो सास्तर जाणो हो अन ने परमेसर की तागत ने।
काँके वाँ हातई भायाँ की लुगई वीं ही, तो अबे माँने बतावो, अणाके पाच्छा जी उठबा का केड़े वाँ वणा हातेई भायाँ मूँ किंकी लुगई वेई?”
ईसू वाँने क्यो, “थें नेमीई डापा में पड़ग्या, ने तो सास्तर जाणो हो अन ने परमेसर की तागत ने।
काँके परमेसर के वाते कस्यो भी काम अबको कोयने हे।”
वीं अबाणू तईं भी सास्तर की आ बात ने हमजता हा के, वींको मरन पाछो जीवतो वणो पको हे।
जद्याँ के परमेसर मरयाँ तका मूँ पाच्छा जीवता करे हे, तो थाँका अटे अणी बात पे विस्वास काँ ने करे हे?
हरेक बात ज्या सास्तर में लिकी गी, वाँ आपाँने हिक देबा का वाते हे। जणीऊँ ज्यो धिज्यो अन हिम्मत सास्तरऊँ मले हे, वणीऊँ आपाँने आस मले।
थाँ होस में आन ज्यो सई हे, वींका बारा होचो अन पाप करणो छोड़ दो। काँके थाँकामूँ नरई तो अस्या हे ज्यो परमेसर का बारा में कई ने ने जाणे हे, मूँ यो थाँकी हरम का वाते केरियो हूँ।
वो आपणी वीं ताकतऊँ हारई चिजाँ ने आपणाँ वंस में राके हे, वणीस ताकतऊँ आपणाँ कमजोर डील ने बदलन वाँकी मेमा का डील का जस्यान बणा देई।