27 हारई का केड़े वाँ लुगई भी मरगी।
अस्यानीस दूजे अन तीजे भी किदो, अन हातेई भई का वच्छे अस्यानीस व्यो।
काँके वाँ हातई भायाँ की लुगई वीं ही, तो अबे माँने बतावो, अणाके पाच्छा जी उठबा का केड़े वाँ वणा हातेई भायाँ मूँ किंकी लुगई वेई?”