25 अबे देको, माकाँ अटे हात भई हा, पेलो ब्याव करन मरग्यो, अन आस-ओलाद ने वेबा का मस आपणी लुगई ने आपणाँ भई का वाते छोड़ ग्यो।
“हो गरू, मूसे का नेमा का जस्यान तो, यद्याँ कुई मनक बना आस-ओलादई मर जावे, तो वींको भई वींकी लगईऊँ ब्याव करन आपणाँ भई का वाते बंस बड़ावे।
अस्यानीस दूजे अन तीजे भी किदो, अन हातेई भई का वच्छे अस्यानीस व्यो।
जस्यान मनकाँ का वाते एक दाण मरणो अन वींका केड़े न्याव वेणो पको हे।