पण जद्याँ मुक्य याजकाँ अन नेमा ने हिकाबावाळा अणा, मोटा कामाँ ने, ज्यो वाँकाणी किदा, अन छोरा-छोरी ने मन्दर में, “दाऊद का वंसज ने होसाना बोलता तका देक्यो, तो वीं गुस्सा में आग्या।”
देक, थारो आरादना घर थाँरा वाते उजाड़ पड़्यो हे। मूँ थाँराऊँ केवूँ हूँ के, थूँ मने वणी टेम तईं पाछो ने देक सकी जद्याँ तईं यो टेम ने आजा वे के थूँ केवे, ‘परबू का नामऊँ आबावाळा राजा ने परमेसर आसिरवाद दे।’ ”