36 पछे वणी पेल्याँऊँ भी हेला दासा ने खन्दाया, अन वणा वाँका हाते भी वस्यानीस किदो।
पण हिंजारिया वींका दासा ने पकड़न किंने मारया-कुट्या, अन किंने मार नाक्या, अन किंके भाटा की ठोकी।
अन्त में वणी आपणाँ एकाएक पूत ने वाँका नके ओ होचन खन्दायो के, ‘वीं मारा पूत को तो मान करी।’
“पछे वणी दूजाँ नोकराँ ने ओ केन खन्दाया के नुत्या तका मेमानाऊँ केवो, ‘देको, मूँ जीमणो त्यार कर चुक्यो हूँ। पाळ्या तका जनावर ने मार दिदा हे अन हाराई जीमणो त्यार हे। जीमण में पधारो।’