24 ईसू वाँने जवाब दिदो, “मूँ भी एक बात पूँछणी छावूँ हूँ, यद्याँ वाँ मने बतावो, तो मूँ भी थाँने बताऊँ के, ईं काम किंका हकऊँ करूँ हूँ।
“देको हूँस्यार रेज्यो, मूँ थाँने अदिकार का हाते अस्यान बारणे खन्दारियो हूँ जस्यान गारा ने वरगड़ा का बचमें खन्दाया जावे ईं वाते हाँप का जस्यान हेंचेत रो अन परेवड़ा का जस्यान भोळा बणो।
ईसू मन्दर में ऊबा वेन उपदेस हुणारिया हा, तो मुक्य याजक अन यहूदी नेता वाँका नके आन पूँछ्यो, “थूँ ओ किंका हकऊँ करे हे? अन थने ओ हक कूणी दिदो हे?”
बतावो यहुन्ना को बतिस्मो कटेऊँ आयो? हरग का आड़ीऊँ कन मनकाँ की आड़ीऊँ?” तद्याँ वीं एक-दूजाऊँ केबा लागा, “यद्याँ आपाँ केवा ‘हरग का आड़ीऊँ,’ तो वो आपाऊँ केई, ‘पच्छे थाँ वींपे विस्वास काँ ने किदो?’
पछे ईसू वणाऊँ क्यो, मूँ थाँकाऊँ पूँछू हूँ के, “आपणाँ नेमा का जस्यान आराम का दन कई करणो सई हे? किंकोई भलो करणो कन बुरो करणो, किंको जीवन बचाणो कन नास करणो?”
थाँकी बोली हरदाण दयाळू अन मिठी वे, ताँके थाँ जाण सको के, हाराई मनकाँ ने कस्यान जवाब देणो हे।