5 पछे वणी दपराँ में अन तीजा पेर का लगे-भगे जान जान वस्यानीस किदो।
अन वणीऊँ क्यो, ‘थूँ भी मारा बाग में जा अन ज्यो कई थने हव लागी, थने देऊँ।’ अस्यान वो भी परोग्यो।
एक घड़ी दन रेता वो पाछो जान कणी दूजाँ ने बजार में ऊबा तका देक्या, तो वणी वाँकाऊँ क्यो, ‘कई थाँ अटे पूरा दन यूँई ऊबा रिया?’”
दपराँ का बारा बज्याँ लेन तीन बज्या तईं वीं हारा देस में अन्दारो रियो।
ईसू वाँने क्यो, “आवो अन देक लो।” अन वीं वाँका हाते चालबा लागा। वाँकाणी देक्यो के, वीं कटे रेवे हे। वीं दन वीं वींका हातेईस रिया, काँके वीं दाण हाँजका की च्यार बजरी ही।
ईसू वाँने क्यो, “एक दन में बारा घण्टा उजितो रेवे हे। यद्याँ कुई दन का उजिता में चाले तो ठोकर ने खाई, काँके जग का उजिता में हारोई सई वींने दिके हे।
बड़ाबा याकूब को कूड़ो भी वटेईस हो। ईं वाते ईसू गेलाऊँ थाक्या तका वीं कूण्ड़ा पे रईम्बो लिदो, अन या बात दपराँ की टेम वीं।
वे दन का तीजा पेर में एक दरसावो में देक्यो के, परमेसर को एक हरग-दुत वाँका नके आयो हे अन वींने केरियो हे, “ओ कुरनेल्युस।”
आगले दन जद्याँ वे चालता-चालता नगर के भडे़ पूगबाने हाँ, तद्याँई पतरस दपराँ की परातना करबा के वाते मेड़ी पे चड्यो।
दपराँ केड़े तीनेक बज्या परातना की टेम पे पतरस अन यहुन्नो मन्दर में जारिया हा।