4 अन वणीऊँ क्यो, ‘थूँ भी मारा बाग में जा अन ज्यो कई थने हव लागी, थने देऊँ।’ अस्यान वो भी परोग्यो।
“पछे रोटा बणाबा की टेम में एक दूजाँ मनक ने बजार में फालतू ऊबा तको देक्यो।
पछे वणी दपराँ में अन तीजा पेर का लगे-भगे जान जान वस्यानीस किदो।
वटूँ आगे चालन ईसू मत्ती नाम का एक मनक ने चुंगी नाका पे बेट्यो देक्यो अन वणीऊँ क्यो, “मारा पाच्छे अई जा।” वो वाँका पाच्छे चालबा लागो।
अन थाँकामूँ करता तो अस्याईस हा, पण थाँ परबू ईसू मसी का नामऊँ अन आपणाँ परमेसर की आत्माऊँ धोया ग्या हो अन पुवितर वेन परमेसर का हामे सई ठेरिया हो।
ओ मालिकाँ, आपणाँ-आपणाँ हाळयाँ का हाते सई वेवार राको अन हाराई ने एक हरिका राको, ओ हमजन के, हरग में थाँको भी एक मालिक हे।
आ हाँची बात हे। मूँ छावूँ हूँ के, अणी मामला में थूँ खासतोर जोर देन के, जणीऊँ परमेसर पे विस्वास करबावाळा भला काम करता रेवे। ईं बाताँ मनकाँ का वाते हव अन नफा की हे।
ईं वाते थाँ थाँका मन ने बंस में राको अन खुद ने भी बंस में राको अन वीं वरदान की आस लगई तकी राको, ज्यो थाँने ईसू मसी परगट वेई, वीं दाण दिदो जाई।