32 तद्याँ ईसू ऊबो रेन वाँकाऊँ क्यो, वाँने बलाया अन क्यो, “थें कई छावो हो के, मूँ थाँका वाते कई करूँ?”
ईसू वींने पूँछ्यो, “थूँ कई छावे हे?” वाँ बोली, “ओ बचन दे के, ईं दो छोरा थाँका राज में एक थारे जीमणा पाल्ड़े अन एक थाँके डावा पाल्ड़े बेटे।”
लोग-बाग वाँने तापड़ता तका क्यो, छाना रेवो, पण वीं ओरू भी ज्योराऊँ हाका-भार करन केबा लागा, “ओ दाऊद का वंस, माँकापे दया कर।”
वाँकाणी वाँने क्यो “ओ परबू, ओ करो के, माँ देकबा लाग जावा।”
ईं वाते जद्याँ मने बलायो अन मूँ बनाई आगो-पाछो व्याई अटे आग्यो हूँ। ईं वाते अबे मूँ पूँछू हूँ के, थें मने अटे काँ बलायो हे?”
कणी भी बात की चन्ता मत करो पण थाँकी हारी अरज अन विनती धन्नेवाद का हाते परमेसरऊँ करता जावो।