5 अन ओरी भी क्यो, ‘ईं मस मनक आपणाँ बई-बापूऊँ अलग वेन आपणी लुगई का हाते रेई अन वीं दुई एक सरीर वेई।’
ईं वाते वीं अबे दो ने, पण एक वेई। ईं वाते जाँने परमेसर मला दिदा हे, वाँने कुई मनक न्यारा ने करे।”
थाँको परेम हाँचो वेवे। बुरईऊँ नपरत राको अन खरईऊँ जुड़या तका रो।
कई थाँ ने जाणो हो के, ज्यो कुई वेस्याऊँ संगती करे हे, वो वींका हाते एक तन वे जावे हे काँके सास्तर में लिक्यो हे के, “वीं दुई एक तन वेई।”
पण मूँ थाँने ओ केऊँ हूँ के, कूकरमऊँ बंचबा का वाते हरेक मनक के लुगई वेणी छावे अन हरेक लुगई के धणी वेणो छावे।
लुगई को आपणी देह पे बेस खुद अदिकार ने हे, पण वींका धणी ने भी हे अन वस्यानीस धणी ने भी आपणी देह पे अदिकार ने हे, पण वींकी लुगई ने भी हे।
सास्तर केवे हे के, “ईं वाते मनक आपणाँ बई-बापू ने छोड़न आपणी लुगईऊँ मल्यो रेई, अन वीं दुई एक डील रेई।”