30 पण नरई जी पेल्या हे, वी पाच्छे वे जाई, अन नरई जी पाच्छे हे, वीं पेल्या वे जाई।”
तो पछे ईसू वाँने क्यो, “ईं तरियाँ जीं पाच्छे हे, वीं पेलो वेई, अन जीं पेला हे, वीं पाच्छे वेई।”
अन घणा जणा ज्यो आज हाराऊँ आगे हे, वीं हाराऊँ पाच्छे वे जाई। घणा जणा वे हे, ज्यो हाराऊँ पाच्छे हे, वीं हाराऊँ आगे वे जाई।”
अन देको, नरई पाच्छे हे वीं पेली वे जाई अन जीं पेली हे वीं पाच्छे वे जाई।”
थाँ तो मसी में हव तरियाऊँ जीवन जीरिया हा, पण अबे थाँने कणी रोक दिदा के, हाँच ने मती मानो?
ईं वाते जद्याँ वींके रईम्बावाळी जगाँ में आबा को वादो अबाणू तईं हे, तो आपाँने ध्यानऊँ रेणो छावे, अस्यान ने वे के, थाँकामूँ कुई भी वणीऊँ चूक जावे।