यद्याँ थाँ दनियाँ का वेता, तो दनियाँ थाँकाऊँ परेम राकती। पण ईं वाते के, थाँ दनियाँ का ने हो पण में थाँने दनियाँ मेंऊँ चुण लिदा हे ईं वाते दनियाँ थाँकाऊँ दसमणी राके हे।
पण पुवितर सास्तर में लिक्यो हे, “जिंने आक्याँ ने देक्यो अन कान्दड़ा ने हुण्यो। जटा तईं मनकाँ की अकल कदी ने पोंछी अस्यी बाताँ परमेसर वणा मनकाँ का वाते बणई जीं परमेसरऊँ परेम करे हे।”
अबे आगेऊँ आपाँ कणी भी मनक को ईं दनियाँ की रीत जस्यान न्याव ने कराँ। जद्याँ एक टेम आपाँ मसी को भी दनियाँ की रीत के जस्यानीस न्याव किदो हो, पण अबे कई भी वे आपाँ वींने अस्यान ने देकाँ।
बेस अणा बाताँइस ने पण हारी बाताँ ने मारा परबू ईसू मसी ने जाणणो, ज्यो घणो मोटो हे, वींका हामे वल हमजूँ हूँ। वीं मसी का वाते में हारी चिजाँ ने छोड़ दिदी अन वाँने कचरो हमजूँ हूँ, ताँके मूँ मसी ने पाबा को नफो पा सकूँ
यद्याँ मसी का नाम की वजेऊँ थाँने दुक जेलणो अन बेजत वेणो पड़े हे तो थाँ ईंने आसिरवाद हमजो, काँके परमेसर की आत्मा ज्या मेमा की आत्मा हे, वाँ थाँका ऊपरे बणी तकी रेवे हे।