26 ईसू वाँकी आड़ी देकन क्यो, “मनकाऊँ तो ओ ने वे सके हे, पण परमेसरऊँ हारोई वे सके हे।”
ओ हुणन चेला अचम्बा में पड़ग्या अन पूँछ्यो, “तो पछे कूण बंचायो जा सके हे?”
ईंपे पतरस वाँने क्यो, “देको, माँ तो हारोई छोड़न थाँरा पाच्छे वेग्या हाँ, तो माने कई मली?”
ईसू वाँका आड़ी देकन क्यो, “मनकाऊँ तो ओ ने वे सके, पण परमेसरऊँ वे सके, काँके परमेसरऊँ हारोई वे सके हे।”
काँके परमेसर के वाते कस्यो भी काम अबको कोयने हे।”
ईसू वाँने क्यो, “ज्यो मनकाऊँ ने वे सके हे, वो परमेसरऊँ वे सके हे।”
यद्याँ ईं मनक भटक जावे, तो अणाको मन फेरान पाच्छा परमेसर का गेला पे लाणा घणा अबका हे। काँके ईं परमेसर का बेटा ने आपणाँ वाते पाछो हूळी पे चड़ावे हे अन वींने परगट करन वींको अपमान करे हे।