“पण ज्यो कुई अणा फोरामूँ फोरा ने, ज्यो मारा पे विस्वास करे हे वाँका मूँ एक ने भी ठोकर खवाड़ी, वाँका वाते ओ वेतो के, मोटी घट्टी को पाट वाँका गळा में लटकायो जातो, अन ऊण्डा समन्द में नाक्यो जातो।
मारे देह की कमज्योरी का मस मूँ थाँका पे बोज बण्यो तो भी थाँ मारो अपमान ने किदो अन ने मारा पे रिस्याँ बळ्या, पण मने परमेसर को हरग-दुत हमज मारी आवभगत किदी के, जस्यान मूँईस ईसू मसी हूँ।