34 अन वींको मालिक गुस्सा में वेन वींने सजा देबावाला का हाताँ में हूँप दिदो के, जद्याँ तईं वो करजो ने चुकावे, तद्याँ तईं वाँका हाताँ में रेवे।”
पण वो ने मान्यो, पण जान वींने जेळ में नाक दिदो के, जद्याँ तईं करजो ने देवे, तद्याँ तईं वो वटेईस रेवे।
ईं वाते जस्यान में थाँका पे दया किदी, वस्यानीस कई थने भी आपणाँ हाते का नोकर पे दया ने करणी ही?’
पछे पाछो ईसू क्यो, “अणी तरियाँ यद्याँ थाँकाऊँ हर कुई आपणाँ विस्वासी भई ने मनऊँ माप ने केरी, तो मारो बाप ज्यो हरग में हे, थाँका हाते भी वस्यानीस करी।”
अन ज्यो दया ने करे, वींको न्याव भी बना दयाऊँ वेई हे। पण दया पाप का दण्डऊँ बचावे हे।