26 ईंपे वणी दास पगाँ में पड़न वणीऊँ अरज किदी अन क्यो, ‘हो मालिक संतोक राक, मूँ हारोई दे देऊँ।’
“ईंपे वींका हाते को नोकर वींका पगाँ में पड़न वणीऊँ अरज करबा लागो, ‘संतोक राक, मूँ हारोई दे देऊँ।’
वीं वणी घरे ग्या, जटे बाळक ने वींकी बई मरियम की लारे देक्यो अन गोडा टेकन वींको नमस्कार किदो। आपणी–आपणी जोळ्या खोलन वींने होना, लोबान अन अंतर भेंट किदा।
अन देको, वटे एक कोड़यो मनक वाँका नके आन धोग देन क्यो, “हो परबू मूँ जाणूँ हूँ के, थाँ मारो कोड़ मटा सको हो।”
समोन जवाब दिदो के, “मारा बच्यार में तो, वो जिंको हेलो करज माप किदो हे।” ईसू क्यो, “थें सई क्यो हे।”
काँके वीं परमेसर की धारमिकताऊँ अणजाण वेन वीं आपणी धारमिकता का थापणा करबा की कोसीस कररिया हे। ईं वाते वणा परमेसर की धारमिकताने ने मानी।