जद्याँ वींका नके पाच्छा देबा का वाते कई कोयने हो, तो वींके मालिक क्यो, यो अन ईंकी लगई अन छोरा-छोरी अन ज्यो कुई ईंको हे हारोई बेच्यो जावे, अन करजो भरियो जावे।
वणी एक ने होना का सिक्का भरी तकी पाँच नोळ्या अन दूजाँ ने दो, अन तीजा ने एक दिदी, वणी हर जणा ने वाँकी हेसियत का जस्यान दिदो, अन तद्याँ यातरा पे परोग्यो।
कन थाँ वणा अठारा जणा का बारा में ज्याँका ऊपरे सिलोह को गुमट पड़्यो अन वीं दबन मरग्या, कई होचो हो के, वीं यरूसलेम में रेबावाळा हाराई मनकऊँ हेला पापी हा?