21 तद्याँ पतरस ईसू का नके आन पूँछ्यो, “हो परबू जी, यद्याँ मारो विस्वासी भई मारा विरोद में कई अपराद करतो रेवे, तो मूँ कतरी दाण वींने माप करूँ? कई हात दाण तई?”
“यद्याँ थाँको विस्वासी भई थाँका हामे अपराद करे, तो जावो अन एकला में वात करन वींने हमजा। यद्याँ वो थारी हामळे तो थें आपणाँ भई ने आपणो बणा लिदो हे।