19 पाछो मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ, यद्याँ थाँकाऊँ दो जणा धरती पे कणी एक बात का वाते एक मन वेन वींने मांगी, तो वो मारा बाप की ओरू ज्यो हरग में हे, वाँका वाते वेजई।
थाँ मने ने चुण्यो पण में थाँने चुण्या हे अन थाँने ठेराया हे के, थाँ अस्या फळ-फळो जीं हमेस्या बण्या रेवे। तद्याँ थाँ मारा नामऊँ ज्यो कई बापऊँ मांगो, वो थाँने दे।