1 वीं बगत ईसू का चेला वींका नके आन पूँछबा लागा, “हरग का राज में मोटो कूण हे?”
ईंपे वणा एक छोरा ने भड़े बलान वाँका वच्छे ऊबो किदो
ज्यो थाँका मेंऊँ मोटो वेवे, वो थाँको दास वणे।
अन परच्यार करबा लागो, “पापऊँ मन फेरो, काँके हरग को राज आबावाळो हे।”
“ज्यो मने, हो परबू, हो परबू केवे हे वाँका मेंऊँ हाराई हरग का राज में ने जई सकी, पण वोईस जा सकी, ज्यो मारा हरग का बाप की मरजी पे चाले हे।
एक दूजाँ का हाते हाँचो परेम राको। एक दूजाँ ने खुदऊँ हेलो मान दो।
खुद का हवारतऊँ कई मती करो अन जूटो मेपणो मती करो, पण नरमाईऊँ खुदऊँ हेला एक-दूँजा ने हव हमजो।