18 तद्याँ ईसू हुगली आत्माने आग्या दिदी अन वाँ वणी छोरा मूँ बारणे निकळगी अन छोरो वणीस दाण हव वेग्यो।
तद्याँ लोग-बाग हुगली आत्मा धस्यी तका एक मनक ने ईसू का नके लाया ज्यो वणी आत्मा की वजेऊँ आंदो अन गूँगा हो। अन ईसू वींने हव किदो, अन वो बोलबा अन देकबा लागो।
ईंपे ईसू वींने जवाब दिदो, “हे नारी, थाँरो विस्वास मोटो हे। जस्यान थूँ छावे हे, थाँरा वाते वस्यानीस वेवे।” अन वींकी छोरी वणीस दाण हव वेगी।
ईसू वींकी बात हुणन क्यो, “अरे बना विस्वास का मनक, मूँ थाँकी लारे कतरा दन तईं रेऊँ? अन कतरा दन थाँकी बाताँ ने सेण करूँ? वीं छोरा ने मारा नके लावो।”
तद्याँ चेला एकला में ईसू का नके आन क्यो, “में हारई जणा ईं हुगली आत्माने काँ ने काड़ सक्या?”
ईसू पाछो फरन वींने देकी अन क्यो, “हे बेटी हिम्मत राक, थारे विस्वास थने हव कर दिदी हे।” वाँ लुगई वणीस दाण एकदम आपणी मादंगीऊँ हव वेगी।
वाँ घणा जणा ने नरी मांदकीऊँ हव किदा अन नरई जणा मूँ हुगली आत्माने बारणे काड़ी। ईसू वणा आत्माने कई ने केबा दिदो, काँके वी वाँने जाणती ही।
वणी ओ ईं वाते क्यो, काँके ईसू वींने क्यो हो, “ए हुगली आत्मा, ईं मनकऊँ बारणे निकळजा।”
हुगली आत्मा घणा जणा मेंऊँ ओ हाँको करती तकी यु बोलती तकी निकळी, “थूँ परमेसर का पूत हे।” पण ईसू वाँने तापड़न वाँने बोलबा ने दिदी, काँके वीं जाणती ही के, “ईसूइस मसी हे।”
वो वीं छोरा ने लईरो हो तद्याँ हुगली आत्मा छोरा ने पटकन मरोड़्यो। पण, ईसू वणी हुगली आत्माने तापड़ी अन छोरो ने हव करन वींका बाप ने हूँपे दिदो।
वा नरई दनाँ तईं अस्यानीस करती री, जद्याँ पोलुस घणो परेसान व्यो, अन पाछो फरन वीं हुगली आत्माऊँ क्यो “मूँ थने ईसू मसी का नामऊँ आग्या दूँ हूँ के, अणी मूँ निकळजा” अन वा वणीस दाण वींमूँ बारणे निकळगी।