11 ईसू क्यो, “एलियो जरुर अई, अन हारोई हदारी।
ईंपे वाँका चेला वणीऊँ पूँछ्यो, “पच्छे मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अस्यान काँ केवे हे के, एलिया को पेल्याँ आणो जरूरी हे?”
पण मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, एलियो आग्यो हे, अन लोग-बागाँ वींने ने ओळ्क्यो। पण जस्यान छाया वस्यान वींका हाते किदो। अणीस तरियाँ मनक को पूत भी वाँका हाताऊँ दुक उटाई।”
ईं वाते थरप्या तका चेला अगेटा वेन ईसुऊँ पूँछ्यो, “ओ परबू, कई थाँ ईं दाण ईं राज ने इजराएल का लोगाँ ने पाछो हूँप देवो?”
मसी ने वीं दाण तईं हरग में रेणो पेड़ी, जतरे वीं हारी बाताँ परमेसर पेल्याँ के जस्यान कोयने कर दे, जिंका बारा में नरई पेल्याँ परमेसर आपणाँ आड़ीऊँ बोलबावाळा पुवितर मनकाँ का मुण्डाऊँ बतायो हो।