6 ईसू वाँने क्यो, “देको, फरीसियाँ अन सदुकियाँ का हाज्याऊँ बंचन रेज्यो।”
फरीसी अन सदुकियाँ ईसू का नके आन परक करबा का वाते क्यो, “माने हरग को हेन्याण बता। ताँके माने पतो लागे के, थने परमेसर का आड़ीऊँ अदिकार मल्यो तको हे।”
थें काँ ने हमज्या हो के, मूँ थाँकाऊँ रोट्याँ का वाते ने क्यो? पण ओ क्यो के, थाँ फरीसी अन सदुकियाँ का खमीरऊँ हेंचेत रेज्यो।”
तद्याँ वाँकी हमज में आयो के, वीं रोट्याँ का खमीरऊँ ने, पण फरीसियाँ अन सदुकियाँ की हिकऊँ हेंचेत रेवा का वाते क्यो हो।
ईसू का चेला समन्द का पेले पाल्ड़े ग्या, पण खाणो लारे लाणो भूलग्या हा।
वीं एक-दूजाऊँ केबा लागा, “आपीं रोट्याँ ने लाया ईं वाते वो अस्यान केवे हे।”
जद्याँ यहुन्ने यो देक्यो के, नरई फरीसी अन सदुकी वाँका नके बतिस्मो लेबा ने आरिया हे तो वणी वाँकाऊँ क्यो, “ओ, हाँप का बच्या। थाँने कणी हेंचेत कर दिदा हे के, थाँ परमेसर की आबावाळी रीसऊँ बंच निकळो?
ईसू वाँने चेतावणी देन क्यो, “फरीसियाँ अन हेरोदेस का हाज्याऊँ बंचन रिज्यो।”
पसे जद्याँ हजारो मनक भेळा वेग्या हा अन अटा तईं के, मनक एक-दूँजा के ऊपरे पड़रिया हा, तद्याँ ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो के, “फरीसियाँ का कपट रूपी हाज्याऊँ बंचन रेवो।
अन वणा ओरी भी क्यो, “हेंचेत रेवो अन हारी तरियाँ का लोब-लाळचऊँ आपणाँ खुद ने बचान राको, काँके कणी को जीवन वींकी धन-दोलतऊँ बड़न ने वेवे हे।”
तद्याँ चेला एक-दूजाऊँ क्यो, “कुई ईंका वाते खाणो तो ने लायो?”
ध्यान राकज्यो, “थोड़ोक खमीर गुद्या तका आटा में नाकबाऊँ हाराई आटा ने फूलाँ देवे हे।”