23 ईसू पाच्छा फरन पतरसऊँ क्यो, “हे सेतान, मारा नकेऊँ छेटी वेजा! थूँ मारा वाते ठोकर को कारण हे, काँके थूँ परमेसर की बाताँ पे ने, पण मनकाँ की बाताँ पे मन लगावे हे।”
ईंपे पतरस वींने दूजी आड़ी लेजान तापड़्यो अन क्यो, “हो परबू, परमेसर ओ ने करे! थाँका हाते अस्यान कदी भी ने वेई।”
ठोकर देबावाळा ने धिकार हे। ठोकर को लागणो जरूरी हे, पण धिकार हे, वीं मनक पे जणीऊँ आ ठोकर लागे हे।
पछे ईसू वींने क्यो, “हे सेतान, छेटी वेजा। सास्तर यो केवे हे, “‘थूँ आपणाँ परबू परमेसर ने मान अन बेस वाँकीईस सेवा-चाकरी कर।’”
पण, ईसू पाच्छे फरन आपणाँ चेला ने देक्या अन पतरस ने तापड़ता तका बोल्या, “सेतान, माराऊँ छेटी वेजा। थाँरो होचणो परमेसर का आड़ीऊँ कोयने, पण मनकाँ का जस्यान हे।”
ईसू वींने जवाब दिदो, “पुवितर सास्तर में लिक्यो हे के, ‘थूँ आपणाँ परबू परमेसर ने नमण कर अन बेस वाँकीईस सेवा कर।’”
ईसू वाँने क्यो, “कई में थाँ बारेई जणा ने चुण्या हे? पछे भी थाँकामूँ एक जणो सेतान हे।”
ईं वाते आपाँ एक दूजाँ में गलती काड़णी बन्द करा। ईंकी बजाय ईं बात में पाका वेवा के, दूजाँ भई ने पाप करबा का वाते ने उकसावा।
माँस खाणो हव ने हे, दारू पिणो हव ने हे अन कस्यो भी अस्यान को काम करणो हव ने हे ज्यो थाँका भायाँ ने पाप में नाके हे।
वाँको अन्त नास हे, काँके वाँको पेटईस वाँको परमेसर हे। जणा बाताँ पे वीं मेपणो करे हे वणा बाताँ पे वाँने हरम करणी छावे अन दनियाँ की चिजाँ पे मन लगान राके हे।
धरती की चिजाँ का बारा में मती होचो पण हरग की चिजाँ का बारा में होचो।