तद्याँ रोमी सेनापती अन ज्यो वींका हाते ईसू के पेरो देरियो हाँ, भूकम अन ज्यो कई व्यो हो, वींने देकन घणा दरपग्या अन क्यो, “हाँचई में ओ परमेसर को पूत हो।”
“हो लोगाँ, थाँ ओ कई कररिया हो। माँ भी थाँके जस्यानीस मनक हाँ, अन थाँने हव हमच्यार हुणाबा आया, ताँके थाँ अणा फोगट की चिजाँऊँ छेटी वेन जीवता परमेसर के आड़ी आवो, जणी हरग, धरती, समन्द अन जो कई अणामें हे वणीस बणाया हे।
काँके थाँका बचमें में अन सिलवानुस, तिमुतियुस परमेसर का बेटा ईसू मसी को ज्यो परच्यार किदो हो, वो हाँ अन ने में कोयने किदो हो पण वो ईसू मसी में हाँ मेंईस हो।
अन थाँ भी तो अस्यानीस दिको हो जस्यान थाँ मसी को कागद हो अन जिंने माकाँ हाते खन्दायो ग्यो हे, जिंने सईऊँ ने लिक्यो ग्यो हे पण ओ परमेसर की आत्माऊँ लिक्यो ग्यो हे अन ईंने भाटा पे ने लिक्यो ग्यो हे पण ईंने मनकाँ का हरदा पे लिक्यो ग्यो हे।
परबू का मन्दर को मूरत्याऊँ कई वेवार? काँके आपाँ खुदईस जीवता परमेसर का मन्दर हा, जस्यान वणा खुदईस क्यो हो, “मूँ वाँका में वास करिया करूँ, वाँका में चालूँ-फरूँ। मूँ वाँको परमेसर वेऊँ अन वीं मारा मनक वेई।
काँके वटा का मनक खुद ईं माकाँ बारा में बतावे हे के, कस्यान माँ थाँका नके आया अन कस्यान थाँ मूरत्याँ ने छोड़न जीवता अन हाँचा परमेसर की सेवा करबा का वाते फरग्या हाँ।
पण यद्याँ मारा आबा में टेम लागी तो, ईं कागदऊँ जाण जाज्यो के, आपणाँ परमेसर को घराणो, जीं जीवता परमेसर की मण्डली हे या हाँच की नीम अन थम्बो हे, वींके हाते आपाँने कस्यान को वेवार करणो छावे।
आ बात हाँची हे तो मसी को लुई कतरो जोरावर वेई? जणी अनंत आत्माऊँ खुद ने निरदोस बली का रूप में हमेस्या वाते परमेसर के चड़ा दिदो। वींके अस्यान करबाऊँ अन वींके लुईऊँ आपाँने मोत का आड़ीऊँ लेन जाबावाळा करमाऊँ आपणाँ मन सुद कर करी, ताँके आपाँ जीवता परमेसर की सेवा कर सका।
अणी बात ने भी आपाँ जाणा हाँ के, परमेसर का बेटा ईसू मसी आया अन आपाँने हमज दिदी, जणीऊँ हाँचा परमेसर ने जाण सका अन आपाँ वींके हाते रेवा ज्यो हाँचो हे मतलब वींका बेटा ईसू मसी का हाते। योईस हाँचो परमेसर अन अनंत जीवन देबावाळो हे।
अन में एक ओरी हरग-दुत ने उगमणी दसाऊँ आवतो तको देक्यो। वणी जीवता परमेसर की मोर ले राकी हे। वणी वणा च्यारई दुताँ ने ज्याँने धरती अन समन्द को नास करबा को हक दिदो ग्या हो, वाँकाऊँ जोरऊँ क्यो,